नीम करौली बाबा जी के पावन स्मृति में प्रतिवर्ष 15 जून को कैंची धाम, नैनीताल (उत्तराखंड) में एक भव्य और दिव्य स्थापना दिवस भंडारा आयोजित किया जाता है। यह दिन बाबा नीम करौली महाराज जी की कैंची धाम की स्थापना का प्रतीक है और इसे श्रद्धा, सेवा और भक्ति के पर्व के रूप में मनाया जाता है।
यदि आप नीम करौली बाबा जी की कृपा पाना चाहते हैं, तो इस दिन कैंची धाम जरूर जाएँ। इस ब्लॉग में हम आपको बताएँगे कि कैसे आप इस आयोजन में सम्मिलित हो सकते हैं, यात्रा की तैयारी कैसे करें, और बाबा से जुड़े प्रेरक प्रसंग जो आपके जीवन को बदल सकते हैं।”
स्थापना दिवस 2025 की विशेषताएँ
दिनांक: 15 जून 2025 (रविवार)
👉 स्थान: कैंची धाम, नैनीताल, उत्तराखंड
👉 मुख्य आयोजन: विशाल भंडारा, अखंड कीर्तन, विशेष पूजन
👉 अनुमानित श्रद्धालु संख्या: 5-10 लाख
स्थापना दिवस के आयोजन
सुबह: मंदिर में विशेष पूजन
दोपहर: भव्य भंडारा (सभी के लिए निशुल्क भोजन)
शाम: अखंड कीर्तन एवं बाबा जी की महिमा का गुणगान
- इस दिन बाबा के आश्रम को भव्य तरीके से सजाया जाता है। श्रद्धालु 15 जून को सुबह से ही लाइन में लग जाते हैं ताकि उन्हें बाबा के दर्शन मिल सकें।
कैंची धाम स्थापना दिवस का महत्व
- कैंची धाम की स्थापना 15 जून 1964 को बाबा नीम करौली महाराज द्वारा की गई थी।
- उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित कैंची धाम एक दिव्य एवं प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है।
- हर वर्ष इस दिन विशाल भंडारे का आयोजन होता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से आते हैं।
- यह अवसर साक्षात दिव्यता और भक्ति की शक्ति को महसूस करने का होता है।
भक्तों की उपस्थिति:
- हर वर्ष लाखों भक्त इस दिन बाबा के दर्शन और प्रसाद के लिए पहुँचते हैं।
- कई श्रद्धालु रातभर पहले से ही लाइन में खड़े होकर बाबा के दर्शन करते हैं।
- यह भी माना जाता है कि इस दिन की सेवा और दर्शन से असीम पुण्य और आशीर्वाद प्राप्त होता है।
विशाल भंडारा:
- सुबह से लेकर शाम तक अखंड भंडारा चलता है।
- भक्तों के लिए भोजन, जल व्यवस्था, विश्राम व्यवस्था और चिकित्सा सहायता नि:शुल्क होती है।
- सेवा कार्यों में सैकड़ों स्वयंसेवक और साधक लगे रहते हैं।
भक्ति का वातावरण:
- मंदिर में हवन, कीर्तन, भजन और आरती का आयोजन होता है।
- वातावरण पूरा दिन “जय बाबा नीम करौली” के जयघोष से गुंजायमान रहता है।
- श्रद्धालु अपने साथ बाबा की कृपा और आशीर्वाद लेकर लौटते हैं।
कैसे पहुँचे कैंची धाम:
- निकटतम रेलवे स्टेशन: काठगोदाम (लगभग 38 किमी)
- निकटतम हवाई अड्डा: पंतनगर एयरपोर्ट (लगभग 70 किमी)
- सड़क मार्ग: नैनीताल से लगभग 18 किमी दूरी पर
- टैक्सी का किराया: हल्द्वानी बस स्टेशन और काठगोदाम बस स्टेशन से प्रति सबारी 200 Rs से 250 Rs नीम करोली बाबा आश्रम कैंची धाम मंदिर नैनीताल तक हैं
- उत्तराखंड पर्यटन विभाग से मार्गदर्शन भी ले सकते हैं: उत्तराखंड पर्यटन विभाग
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महत्वपूर्ण सुझाव भक्तों के लिए:
- भीड़ अत्यधिक होती है, इसलिए सुबह जल्दी पहुंचें।
- प्रसाद, जल, चप्पल और मोबाइल फोन को नियमानुसार रखा जाता है।
- सादगी और श्रद्धा से दर्शन करें, यही बाबा की सबसे प्रिय भेंट है।
- “15 जून को बाबा नीम करौली महाराज के पावन स्थापना दिवस पर चलिए हम सब मिलकर कैंची धाम में दिव्य भंडारे में सहभागी बनें।”
- आपने नीम करौली बाबा के चमत्कार सुने है? नीचे कमेंट में जरूर साझा करें।
अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट पर जाएँ: https://atozfine.com/blog/
- आप भी बाबा नीम करौली महाराज के आशीर्वाद से जुड़ना चाहते हैं?
- 15 जून 2025 को नीम करौली बाबा आश्रम कैंची धाम चलें और लाखों भक्तों के साथ सेवा में जुड़ें।
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श्रद्धालुओं के अनुभव
- कई श्रद्धालु मानते हैं कि 15 जून को बाबा नीम करौली महाराज की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
कैंची धाम की ऊर्जा, वहाँ का आध्यात्मिक वातावरण हर आगंतुक को शांति एवं सकारात्मकता प्रदान करता है। - क्या आप कैंची धाम गए हैं? अपनी तस्वीरें और अनुभव नीचे कमेंट में शेयर करें!
- आपका अनुभव किसी और के जीवन को बदल सकता है!
आगामी वर्षों के लिए जानकारी
- 15 जून 2026 को भी इसी प्रकार स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा।
- समय रहते आवास की बुकिंग करा लें, क्योंकि इस समय नैनीताल क्षेत्र में भारी भीड़ होती है।
- 15 जून का कैंची धाम स्थापना दिवस एक पावन, भव्य और अविस्मरणीय अनुभव है। अगर आप भी इस दिव्य आयोजन में शामिल होना चाहते हैं, तो यात्रा की तैयारी अभी से करें।
बाबा नीम करौली महाराज की कृपा और आशीर्वाद से आपका जीवन सुख, शांति और समृद्धि से भर जाए।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
Q1: कैंची धाम कहाँ स्थित है?
👉 उत्तराखंड के नैनीताल जिले में, भवाली-अल्मोड़ा रोड पर।
Q2: स्थापना दिवस पर क्या-क्या आयोजन होते हैं?
👉 विशेष पूजन, विशाल भंडारा, अखंड कीर्तन।
Q3: क्या इस दिन सभी को भंडारे में भोजन मिलता है?
👉 हाँ, सभी भक्तों को निशुल्क प्रसाद (भोजन) उपलब्ध कराया जाता है।
Q4: क्या यहाँ रहने की सुविधा मिलती है?
👉 जी हाँ, लेकिन पहले से बुकिंग कराना उचित रहेगा। आसपास कई होटल एवं धर्मशालाएँ उपलब्ध हैं।

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